dream
Friday, March 8, 2013
सपनों के पिटारे मे कहानी बहुत हैं
सपनों के पिटारे मे कहानी बहुत हैं
चुनना तुम्हें है ठिकाने बहुत हैं
कहने को तो कह दूं पर फसाने बहुत हैं
सुनना है तुमको मन के तराने बहुत हैं
सपनों के पिटारे मे कहानी बहुत हैं ...
~~ समीक्षा रघुवंशी
7-march-2013
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